दिल्ली 31.05.25। स्प्रिंग टर्म 2025 की पासिंग आउट परेड (पीओपी) 31 मई 25 को भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला में आयोजित की गई।
186 प्रशिक्षुओं में 107वें और 108वें भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम और 38वें नौसेना ओरीएन्टेशन पाठ्यक्रम (एनओसी) (विस्तारित) के मिडशिपमैन और 39वें एनओसी (विस्तारित), 40वें एनओसी (नियमित) और 41वें एनओसी (तटरक्षक) के कैडेट शामिल थे। इन्होने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्नातक की उपाधि प्राप्त की। यह उनके प्रारंभिक प्रशिक्षण समापन था। पास आउट होने वाले प्रशिक्षुओं में चार मित्र देशों के कैडेट शामिल थे।
दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास ने परेड का निरीक्षण किया। इस कार्यक्रम में वीएडीएम सीआर प्रवीण नायर, कमांडेंट, आईएनए, अन्य वरिष्ठ अधिकारी और विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
भारतीय नौसेना अकादमी बी.टेक कोर्स में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक मिडशिपमैन नकुल सक्सेना को प्रदान किया गया। सबसे होनहार कैडेट के लिए राज्य रक्षा मंत्री ट्रॉफी तंजानिया के प्रशिक्षु मिडशिपमैन कियोंडो माइकल फ्लोरेंस को प्रदान की गई। एक विदेशी कैडेट की यह महत्वपूर्ण उपलब्धि भारतीय नौसेना अकादमी में समावेशी और विश्व स्तरीय प्रशिक्षण वातावरण का प्रमाण है। मिडशिपमैन नितिन एस नायर को पूर्व एनडीए प्रशिक्षुओं के बीच योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए एफओसी-इन-सी (दक्षिण) ट्रॉफी से सम्मानित किया गया, जबकि नौसेना ओरीएन्टेशन पाठ्यक्रम (विस्तारित) और नौसेना ओरीएन्टेशन पाठ्यक्रम (नियमित) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक कैडेट पवार रोहित प्रकाश और कैडेट रजनीश सिंह को प्रदान किया गया। महानिदेशक तटरक्षक ट्रॉफी कैडेट कोमू डेविड को प्रदान की गई।
इस अवसर पर पूरे सत्र के दौरान शैक्षणिक, सेवा विषयों, आउटडोर प्रशिक्षण, ड्रिल, खेल और पाठ्येतर गतिविधियों सहित प्रशिक्षण गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला में उत्कृष्टता प्रदर्शित करने के लिए चीता स्क्वाड्रन को कमांडेंट चैंपियन स्क्वाड्रन बैनर प्रदान किया गया।
एफओसीआईएनसी एसएनसी ने परेड में शामिल प्रशिक्षुओं को उनके शानदार प्रदर्शन, अच्छे सैन्य व्यवहार और स्मार्ट ड्रिल के लिए बधाई दी। उन्होंने पास आउट प्रशिक्षुओं, पदक विजेताओं और चैंपियन स्क्वाड्रन को उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। समीक्षा अधिकारी ने प्रशिक्षण संकाय के प्रयासों और माता-पिता द्वारा प्रदान किए गए समर्थन को स्वीकार किया। उन्होंने विदेशी प्रशिक्षुओं को एकीकृत करने के महत्व पर कहा की यह न केवल अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करता है बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की नौसेना प्रशिक्षण उत्कृष्टता को भी प्रदर्शित करता है।
परेड के समापन पर एफओसीआईएनसी एसएनसी, कमांडेंट, आईएनए और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पास आउट प्रशिक्षुओं की स्ट्राइप भेजीं। उन्होंने उन गौरवान्वित परिवारों से बातचीत की जो कठोर प्रशिक्षण के सफल समापन को देखने के लिए एकत्र हुए थे। ये अधिकारी अब विशिष्ट क्षेत्रों में अपने प्रशिक्षण को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसेना के विभिन्न नौसेना प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों और जहाजों पर जाएंगे।